कार्यकारिणी मीटिंग व आम सभा सुचना - रविवार दिनांक 25 व 26 जून 2022

Posted Date : 2022-06-15

अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण (च.स.) भवन एवं शैक्षणिक ट्रस्ट, पुष्कर के सभी सम्मानीय संथापक ट्रस्टीगण, आजीवन ट्रस्टी, ट्रस्ट सदस्यगण, ट्रस्ट को अन्य रूप में सहयोग करने वाले सम्मानीय वैष्णव बन्धु को सूचित किया जाता है की ट्रस्ट की वर्तमान कार्यकारिणी की मीटिंग व ट्रस्ट की आम सभा का आयोजन अग्रलिखित कार्यक्रमानुसार किया जा रहा है, आप सभी सादर आमंत्रित है |

कार्यकारिणी मीटिंग
शनिवार दिनांक 25 जून 2022
समय - रात्रि 8 बजे से 9 बजे तक
विषय - आम सभा की व्यवस्था पर चर्चा

आम सभा
रविवार दिनांक 25 जून 2022
समय - सवेरे 10 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक



जगद्गुरू रामानन्दाचार्य श्री रामनरेषाचार्य पद प्रतिष्ठा रजतजयन्ती समापन महोत्सव कार्यक्रमस्थलः नागरी नाटक मण्डली, पिपलानी कटरा, वाराणसी
दिनांक 10 जनवरी 2015 से 14 जनवरी 2015

Posted Date : 2015-01-01

        प्रभु श्रीराम की परमपरा के वैष्णव धर्म के प्रचारक जगद्गुरू रामानन्दाचार्य श्री रामनरेषाचार्य प्रदप्रतिष्ठा रजत जयन्ति महोत्सव का शुभ आरम्भ 23 जनवरी 2014 से 14 जनवरी 2015 तक वर्षभर के रजत जयन्ति महोत्सव के भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों में विभिन्न आयोजनों के पश्चात् दिनांक 10 जनवरी 2015 से 14 जनवरी 2015 तक के 5 दिवसीय भव्य समापन महोत्सव के दौहरान विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित है और इस कार्यक्रम में भाग लेने सम्पूर्ण भारत वर्ष विभिन्न राज्यों से बड़े-बड़े शहरों से रामानन्द सम्प्रदाय के अनुयायों सहित वैष्णव धर्म के राष्ट्रीय सन्त विभूतियां, हिन्दी एवं संस्कृत के राष्ट्रीय स्तर के विद्वत् विभूतियों सहित जगद्गुरू रामानन्दाचार्य श्री रामनरेषाचार्य के षिष्यों, भक्तों एवं अनुयायियों के उपस्थित आने की संभावनाओं को देखते हुए समुचित व्यवस्थाऐं की जा रही है श्रीमठ महोत्सव न्यास, काषी के समायोजन के अधिन इन सभी व्यवस्थाओं को संरक्षक मण्डल कार्यकारिणी एवं सदस्यों के द्वारा अन्तिम रूप दिया जा रहा है ।


        5 दिवसीय इस समापन महोत्सव के प्रथम दिन दिनांक 10 जनवरी 2015 को प्रातः 10 बजे से 1ः00 तथा सांय 4ः00 बजे से 7 बजे तक सन्त सम्मेलन आयोजित होगा जिसमें सम्पूर्ण भारत वर्ष से आमन्त्रित सन्तों जिसमें पिण्डोरी धाम पंजाब से द्वाराचार्य श्री महान्त रघुवीरदास जी, अयोध्या से रसिक पीठाधीष्वर जनमेजयषरण जी, बिन्दु गद्याचार्य री देवेन्द्र प्रसादाचार्य जी, श्री महान्त कौषल किषोरदास जी, जोधपुर से सेनाचार्य स्वामी अचलानन्द जी, बड़वाला गुजरात से महात्यागी ईष्वरदास जी बापू, सूरत से महान्त जगन्नाथदास जी, हरिद्वार से महान्त रघुवीरदास जी, महान्त विष्णुदास जी, श्री मोहनदास रामायणी, श्री महान्त ब्रह्मचारी साधनान न्द जी, अयोध्या से श्री महान्त प्रेमदास जी - तेरह भाई त्यागी, वृन्दावन से श्री महान्त रामस्वरूपदास जी, अयोध्या से महात्यागी सीतारामदास जी, बक्सर से श्री महान्त राजारामशरण जी, छपरा से श्री महान्त राम अयोध्यादास जी, प्रयाग से श्री महान्त रामतीरथ दास जी, पड़ाव से पूत्य गुरूपद सम्भवराम जी अध्यक्ष श्री सर्वेष्वरी समूह, गंगोत्री धाम से श्री ब्रह्मचारी अनन्त जी, काषी से श्री महान्त विवेकदास जी कबीरमठ, महामण्डलेष्वर भवानी नन्दन यति जी हथियाराम मठ, महामण्डलेष्वर रामेष्वरपुरी जी अन्नपूर्णा मन्दिर, महामण्डलेष्वर सन्तोष दास जी सतुआ बाबा आश्रम, श्री महान्त दीनबन्धु दास जी, श्री राजकुमार दास जी, श्री महान्त मनदीप दास जीग गुरू रवीदास जन्मस्थान इत्यादि प्रमुख है जिनके श्रीमुख से हिन्दु धर्म के विभिन्न प्रसंगों को सुनकर वैष्णव धर्म के लोग लाभ उठा पायेेंगे । 


        दिनांक 11 जनवरी 2015 को प्रातः 10 से 1 बजे एवं सांय 4 से 7 बजे दो चरणों में विद्वत् संगोष्ठी का आयोजन रखा गया है जिसमें हिन्दी के आमन्त्रित विद्वानों द्वारा ज्ञानवर्द्धक प्रवचरों के माध्यम से सभी लाभान्वित होंगे । 


        दिनांक 12 जनवरी 2015 को जगद्गुरू रामानन्दाचार्य जयन्ति के उपलक्ष्य में आचार्य श्री के चरण पादुका का पूजन प्रातः 9 से 10 बजे तक श्रीमठ पंचगंगा घाट में सभा आयोजित होगी एवं 4 से 7 बजे सन्त विद्वान एवं राजनायिक संगोष्ठी एवं जगद्गुरू रामानन्दाचार्य पुरस्कार समर्पण के माध्यम से विभिन्न श्रेणी के सन्तों विद्वानों को सम्मानित किया जायेगा । 


        दिनांक 13 जनवरी 2015 को प्रातः 10 बजे से 1 बजे तथा सांय 4 से 7 बजे तक दो चरणों में आमन्त्रित संस्कृत के विद्वानों जिसमें जयपुर से प्रो. कलानाथ शास्त्री, चण्डीगढ़ से प्रो. रमाकान्त आंगिरस, वाराणसी से प्रो. प्रभुदास द्विवेदी, प्रो. कमलेश दत्त त्रिपाठी, प्रो. वशिष्ठ त्रिपाठी, हरिद्वार से प्रो. वेद प्रकाश शास्त्री, प्रो. महावीर अग्रवाल, दिल्ली से प्रो. जयकान्त शर्मा, वाराणसी से प्रो. अमरनाथ पांडेय, प्रो. यदुनाथ पांडेय, प्रो. रजनीश शुक्ल, प्रो. बी.पी.टी. वागीष शास्त्री, प्रो. कमलेष झा, डाॅ जगदीष प्रसाद त्रिपाठी एवं जयपुर से डाॅ कौषलेन्द्र दास इत्यादि प्रमुख है उनकी संगोष्ठी का लाभ सभी उपस्थित भक्तजनों को मिलेगा ।


        दिनांक 14 जनवरी 2015 को प्रातः 10 बजे से 1 बजे तक बसन्त पूजा - चारों वेदों के विद्वानों द्वारा एवं सायं 4 से 7 बजे राष्ट्रीय स्तर के विषिष्ठ गायकों द्वारा आयोजित संगीत सन्ध्या से सम्पूर्ण वातावरण को भक्तिमय और राममय बनाया जायेगा। प्रतिदिन संध्या में श्रीविहारम् पर रात्रि 9 बजे से 11 बजे तक नियमित भजन संध्या रहेगी और अन्त में दिनांक 15 जनवरी 2015 को दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक काषी के समस्त संतों एवं महन्तों को भण्डारा होगा । 


        सम्पूर्ण समारोह मुक्तिदाहिनी महागंगा के भवन तट पंच गंगा काषी पर रामावातर स्वामी रामानन्दाचार्य के 715 वर्ष पूर्व राम भक्ति के स्थल के महत्व को देखते हुए काषी बनारस (वाराणसी) में आयोजित किया जा रहा है जिसमें जगद्गुरू रामानन्दाचार्य के 12 प्रमुख षिष्यों जिसमें चार सम्प्रदाय के अनन्तानद सहित करीब, रेदास, धन्ना, पीपा, पदमावति, सुरसरी, सेन, इत्यादि श्री सम्प्रदाय के भक्तों से परिपूर्ण पदप्रतिष्ठित होने के 25 वर्षोपरान्त इस समापन महोत्सव में आचार्य श्री रामनरेषाचार्य का सभी वैष्णव जनों को सम्मान निमन्त्रण है वे सभी इस समापन महोत्सव में पधारे और महोत्सव का लाभ उठावें । 


निवेदक
गुरूश्री का षिष्य एवं अनन्य भक्त
गौरव निम्बावत 

 




वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार (उत्तराखण्ड) का प्रथम वार्षिकोत्सव, धर्मषाला के ट्रस्टियान् एवं सहयोगकर्ताओं की आम सभा, दिनांक 27 दिसम्बर 2014 को वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार में सानन्द सम्पन्न

Posted Date : 2014-12-27

      वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार का 27, 28 एवं 29 दिसम्बर 2013 को अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) विकास परिषद एवं विकास ट्रस्ट मुम्बई के द्वितीय राष्ट्रीय महाअधिवेषन के दौरान लोकार्पण/उद्घाटन किया गया था जिसके 1 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में प्रथम वार्षिकोत्सव एवं आम सभा दिनांक 27 एवं 28 दिसम्बर 2014 को धर्मषाला प्रांगण में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया इस वार्षिकोत्सव हेतु वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार के तमाम ट्रस्टिगण व सहयोगकर्ताओं को आमन्त्रित किया गया इसके लिए आमन्त्रण पत्र विकास परिषद एवं विकास ट्रस्ट की मिटिंगों के तथा वैष्णव धर्मषाला पुष्कर मैंनेजमेन्ट कमेटी की मिटिंग का सयुक्त रूप से बनाये गये आमन्त्रण पत्र सभी सम्बन्धितों को भेजा गया । 


    आमन्त्रण पत्र में दर्शाये गये कार्यक्रमों के अनुसार दिनांक 27 दिसम्बर 2014 को दोपहर 3.00 बजे वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार की आम सभा आयोजित की गई जिसके प्रारम्भ में बैंगलोर से पधारे हुए श्री रतनदास जी वैष्णव का नाम आम सभा के सभापति के रूप में श्री जयन्ति भाई बी. वैष्णव ने प्रस्तावित किया जिसका समर्थन श्री रामचन्द्र जे. वैष्णव ने किया । इस प्रकार श्री रतनदास वैष्णव ने तालियों की गड़गड़ाट के साथ आम सभा के सभापति का आसन ग्रहण किया तत्पष्चात् आम सभा का संचालन करते हुए विकास ट्रस्ट एवं हरिद्वार धर्मषाला की मैंनेजमेन्ट कमेटी के महासचिव श्री एन.डी.निम्बावत एडवोकेट जोधपुर ने विकास ट्रस्ट एवं हरिद्वार धर्मषाला की मैंनेजमेन्ट कमेटी के अध्यक्ष श्री रामचन्द्र जे. वैष्णव, संरक्षक श्री जयन्ति भाई बी. वैष्णव, श्री महेन्द्र कुमार वैष्णव टुमकुर, श्री इन्द्रजीत वैष्णव एवं केसुदास वैष्णव सहित विकास परिषद के महासचिव श्री लखनदास वैष्णव को मंचासीन होने के लिए पम्परागत तरीके से सादर आमन्त्रित किया । मेहमानों के मंचासीन होने के पश्चात् वैष्णव धर्म की परम्परा के अनुसार आम सभा का शुभ आरम्भ सभापति श्री रतनदास वैष्णव बैंगलोर द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया आनन्द गुजरात से पधारे नटू भाई वैष्णव ने ईष्ट देव रामभक्त हनुमान जी का मंत्रोचारण के साथ स्मरण कर उन्हें आमन्त्रित किया तत्पष्चात् मंत्रासीन उपरोक्त सभी महानुभावों का माल्र्यापण कर स्वागत एवं अभिनन्दन किया गया तथा संक्षिप्त में इन सभी का परिचय करवाया गया । 


        स्वागत अभिनन्दन की प्रारम्भिक कार्यवाही के पश्चात् महासचिव श्री एन.डी.निम्बावत ने वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि धर्मषाला को खरीदने का अनुबन्ध दिनांक 12 मार्च 2012 को किया गया जिसके बेचान नामें का पंजीयन दिनांक 28 फरवरी 2013 को करवाया गया इस दौरान विक्रेता को सम्पूर्ण राषि का भुगतान बैंक खाते के माध्यम से एवं रोकड़ किया गया और दिनांक 28 फरवरी 2013 को ही धर्मषाला भवन का कब्जा प्राप्त कर लिया गया तथा दिनांक 1 मार्च 2013 को धर्मषाला भवन के प्रवेष द्वार पर स्थित एक कमरे में आॅफिस स्थापित किया गया जिसमें टेबल, कुर्सियां और अरमारी रखी गई एवं धर्मषाला भवन को उद्घाटन के लिए तैयार करवाने एवं सुसज्जित करने हेतु बिजली पानी सहित भवन मरम्मत हेतु सम्बन्धित ठेकेदारों को बुलाकर सम्पूर्ण भवन की रिपयेरिंग हेतु उन्हें कहा गया तथा एडवांस राषि दी गई जो उद्घाटन दिनांक 27, 28 एवं 29 दिसम्बर 2013 के पूर्व सारे कार्य पूर्ण हो गये थे और वर्तमान में धर्मषाला में 15 कमरे पूर्ण रूप से आवास हेतु तैयार है जिनमें सभी में लेट्रीनबाथरूम बने हुए है 4 कमरों में बन्द एवं 4 कमरों में खुली कीचन भी है दो कमरों में ए.सी. एवं एल.सी.डी. लगे हुए है एवं 10 कमरों में गीजर लगाये जा चुके है इन सभी के अतिरिक्त धर्मषाला भवन में हाॅल और अन्य पांच कमरों में ठहरे हेतु पर्याप्त बिस्तरों की व्यवस्था है एवं बड़ी कीचन तल मंजिल पर है जहां आगन्तुक स्वयं खाना बना सके वैसी व्यवस्था की हुई है फ्रीज, गैस टंकी, इण्डेक्षन चुल्हों की भी व्यवस्था है तथा वर्तमान में वैष्णव समाज के बन्धुओं से किसी प्रकार का कोई किराया नहीं लिया जा रहा है अगर कोई स्वेच्छा से सहयोग राषि भेेट करता है तो स्वीकार्य है । उद्घाटन से लेकर वर्तमान तक वैष्णव समाज के सैकण्डों परिवार में इस धर्मषाला में ठहरकर न केवल लाभ उठाया है बल्कि बड़ी प्रसन्नता प्रकट की है । आगन्तुकों की प्रतिक्रिया स्वरूप एक रजिस्टर्ड रख रखा है जिसमें आगन्तुकगण हरिद्वार धर्मषाला की वर्तमान व्यवस्था के सम्बन्ध में अपने विचार एवं सुझाव दे रहे है और उनके सुझावों पर अमर किया जा कर सुविधाओं को और अत्यधिक परिपूर्ण किया जा रहा है साथ ही साथ आगन्तुकों से धर्मषाला भवन में ठहरने बाबत् निर्धारित फार्म भी भरवाये जा रहे है । महासचिव ने सभी को विभिन्न श्रेणियों को ट्रस्टियों को वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार में दी जाने वाली सुविधाओं का उल्लेख किया साथ ही साथ दिनांक 15 सितम्बर 2013 को धर्मषाला प्रांगण में आयोजित आम सभा में लिये गये निर्णयों जिसमें मैंनेजमेन्ट कमेटी का गठन एवं वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार हेतु बनाये गये नियम /उप नियम /विधान का वाचन कर उसके अनुमोदन का प्रस्ताव रखा जो सर्व सहमति से स्वीकृत किया गया ।


        आम सभा का संचालन करते हुए श्री एन.डी.निम्बावत ने यह भी जानकारी दी की इस धर्मषाला के प्रति लोगों का जुडाव इस बात से भी लगाया जा रहा है जो लोग अपने परिवार जन के किसी सदस्य के निधन पर उनकी अस्थियां गंगा जी में विसजन करने हेतु एक दिन के लिए हरिद्वार आते है तथा वैष्णव समाज के पण्डे के यहां कुछ समय के लिए रूकने के पश्चात् मात्र वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार को देखने के लिए धर्मषाला में आते है और ऊपर नीचे घूम फिर कर देखते है एवं प्रसन्नता प्रकट करते हुए बिना ठहरे ही सहयोग राषि दे जाते है इससे इस धर्मषाला भवन की उपयोगिता सार्थक हो रही है जो सभी के लिए सन्तोष एवं प्रसन्नता का विषय है । 
        विकास ट्रस्ट एवं वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार के मैंनेजमेन्ट कमेटी के कोषाध्यक्ष श्री भानुषंकर वैष्णव ने वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार को खरीदने का अनुबन्ध करने से लेकर उद्घाटन समारोह तक एवं उद्घाटन समारोह से प्रथम वार्षिकोत्सव तक जिन-जिन व्यक्तियों से जो राशि -राशि विभिन्न किस्म के ट्रस्टी के रूप में, सहयोग के रूप में एवं उद्घाटन समारोह के खर्चे की व्यवस्था के रूप में जो राषि संग्रहित हुई उनकी नामों सहित विस्तार से जानकारी दी एवं खर्चे का ब्यौरा दिया, विभिन्न लोगों में बकाया राषि, बैंक में जमा राशि एवं रोकड़ पौते जमा राषि का उल्लेख करते हुए बताया कि धर्मषाला की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ है एवं लगभग 40 लाख रूपये (बकाया, बैंक जमा एवं रोकड़ पौते) धर्मषाला के पास है इसलिए इसके संचालन में किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो रही है । 


        मंचासीन मेहमानों श्री महेन्द्र कुमार वैष्णव टुमकुर, श्री केसुदास वैष्णव, श्री इन्द्रजीत वैष्णव, श्री लखनदास वैष्णव ने धर्मषाला के सम्बन्ध में अपने विचार रखे । श्री महेन्द्र कुमार वैष्णव टुमकुर ने एक छोटा सा किस्सा सुनाते हुए ये बताया कि समाज सेवा में मुझे श्री जयन्ति भाई जी ने धक्का दिया है और जिसके कारण मैं समाज सेवा में जुड़ा हुँ । महासचिव एन.डी.निम्बावत द्वारा अपने संचालन के दौरान यह बताया कि कुछ लोगों के मन में यह संषय है कि धर्मषाला भवन का पंजीयन किसके नाम करवाया गया है वो संषय कुछ लोगों का नहीं होकर मेरा संषय था निम्बावत जी ने मेरा नाम नहीं किया लेकिन मेरा ही संषय था जो मेरे द्वारा दस्तावेज देखे जाने पर दुर हो गया और मेरे मन में किसी प्रकार की कोई शंका नहीं है और मैं भाग्य शाली हूँ कि मैं इस धर्मषाला के खरीदनें में सहयोगी बना हूँ । 


        विकास ट्रस्ट एवं धर्मषाला मैंनेजमेन्ट कमेटी के अध्यक्ष श्री रामचन्द्र वैष्णव ने वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार के खरीदने से लेकर उद्घाटन समारोह तक जिन-जिन व्यक्तियों ने जिस-जिस रूप में सहयोग किया उन सबको धन्यवाद देते हुए कहा कि यह धर्मषाला हम सभी की है । धर्मषाला में ठहरने पर किराये की राशि के सम्बन्ध  में लोगों के विभिन्न विचारों पर मंथन करने के पश्चात् अगले 1 वर्ष तक किसी प्रकार का कोई किराया नहीं लेने का निर्णय लिया गया । अध्यक्ष ने यह भी कहा कि इसका कुषल संचालन हो इसके लिए आप जब भी धर्मषाला में आवें तो कुछ न कुछ सहयोग अवष्य करंे ताकि इस धर्मषाला में आपका योगदान रहे आपने यह भी बताया कि वर्तमान तक इसमें ठहरने हेतु किसी से भी अनिवार्य रूप से कोई राषि नहीं ली जा रही है और भविष्य में भी एक वर्ष तक अनिवार्य रूप से कोई राशि नहीं ली जायेगी जो स्वेच्छा से देगा स्वीकार्य होगी । 


        विकास परिषद के अध्यक्ष श्री जयन्ति भाई बी. वैष्णव ने अपने उद्बोधन में वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार को विकास परिषद और विकास ट्रस्ट की महा उपलब्धी बताया और कहा कि बरसों से हरिद्वार में वैष्णव धर्मषाला की कमी को पुरा किया गया जिसमें सम्पूर्ण वैष्णव समाज का योगदान रहा है और इसलिए सभी लोग धन्यवाद के पात्र है । 


    सभा के अन्त में सभापति श्री रतनदास वैष्णव ने कहा कि विकास ट्रस्ट और हरिद्वार धर्मषाला के बारे में सब कुछ कहा जा चुका है अब मेरे लिए कहने को कुछ बचा नहीं है मैं तो इतना ही कह सकता हूँ कि आपने मुझे आज की सभा का सभापति बनाया इसके लिए मैं मैंनेजमेन्ट कमेटी सहित आप सभी का आभारी हूँ और जिस शान्तिपूर्ण तरीके से सभा संचालित हुई है और जिस रोचक अन्दाज में निम्बावत जी ने सभा का संचालन किया है वह सभी को याद रहेगा क्योंकि 3.30 घंटे तक ऐसे ठण्ड के माहौल में सभी सभा में उपस्थित रहे और सभा की कार्यवाही को ध्यान पूर्वक समझा ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है मैं आप सभी का इसके लिए धन्यवाद देता हूँ ।


    मंच का संचालन करते हुए महासचिव ने सभापति की अनुमति से इस आम सभा को अगली आम सभा तक के लिए स्थगित किये जाने की घोषणा के साथ सभी को स्वादिष्ट भोजन के लिए आमन्त्रित किया । 

 




अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) विकास परिषद एवं विकास ट्रस्ट, मुम्बई के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री प्रवीण वैष्णव को मातृषोक

Posted Date : 2014-12-22

       अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) विकास परिषद एवं विकास ट्रस्ट, मुम्बई के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री प्रवीण वैष्णव की पूज्य माता श्रीमती चन्द्रकान्ता का वृद्धावस्था (80 वर्ष) में हदय रोग से ग्रस्त रहते हुए दिनांक 22 दिसम्बर 2014 को आकस्मिक निधन हो गया जिसके समाचार ने विकास परिषद एवं विका ट्रस्ट के पदाधिकारियों एवं सदस्यों को हदय से आहत किया और दिनांक 27 एवं 28 दिसम्बर 2014 को वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार में आयोजित वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार के प्रथम वार्षिकोत्सव में प्रथम दिन दिनांक 27 दिसम्बर 2014 को सभी ने श्रीमती चन्द्रकान्ता को 2 मिनट का मौन रख कर श्रद्धाजंलि अर्पित की ।


       श्रीमती चन्द्रकान्ता धर्मपत्नी श्री नारायणदास जी का भरापुरा परिवार है जिसमें 5 पुत्र क्रमषः गोविन्द प्रसाद, महीपाल, भरत, प्रवीण एवं दिनेष वैष्णव तथा एक मात्र पुत्री श्रीमती भगवती देवी सभी शादी सुदा है एवं एक सुखद परिवार के सदस्य है लेकिन इस प्रकार परिवार से एक माता का चले जाना पुरे परिवार को शोक संतृप्त कर दिया है विकास परिषद एवं विकास ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जयन्ति भाई बी. वैष्णव एवं श्री रामचन्द्र जे. वैष्णव तथा महासचिव श्री लखनदास वैष्णव, एन.डी.निम्बावत, भगवान वैष्णव, पं. गजेन्द्र कुमार शर्मा, रामकिषन शर्मा, इन्द्रजीत वैष्णव भानुशंकर वैष्णव, इंजि. रामनिवास वैष्णव, श्याम सुन्दर अग्रावत, जयकिषन देवमुरारी, महन्त प्रकाष चन्द्र निम्बावत, जेठूदास वैष्णव, बाबूलाल वैष्णव, प्रो. एम.डी. वैष्णव, इत्यादि अनेकों पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने शोक संतृप्त परिवार के प्रति अपनी भावयुक्त शोक संवेदना व्यक्त की है । परिवार द्वारा दिनांक 7 जनवरी 2015 को जागरण एवं दिनांक 8 जनवरी 2015 को पाली जिले के बाली तहसील स्थित अकवा काॅलोनी, जहां निवास है, गंगा प्रसादी का कार्यक्रम रखा गया है । 

 




वैष्णव वेबसाईट के अवेतनीक प्रमुख सम्पादक श्री गौरव निम्बावत, एडवोकेट राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर में असिस्टेंट गवर्नमेन्ट काउन्सिल, नियुक्त ।

Posted Date : 2014-01-30

            राजस्थान सरकार के प्रमुख शासन सचिव, विधि ने दिनांक 30.01.2014 को विधि एवं विधिक कार्य विभाग, जयपुर से राज्यपाल महोदया की आज्ञा से एक आदेश जारी कर वैष्णव वेबसाईट के अवेतनीक प्रमुख सम्पादक श्री गौरव निम्बावत, एडवोकेट को राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर में राज्य सरकार की ओर से पैरवी करने हेतु असिस्टेंट गवर्नमेन्ट काउन्सिल, जोधपुर के पद पर नियुक्त किया गया ।


             श्री गौरव निम्बावत, एडवोकेट राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर सहित जिला न्यायालय एवं अधिनस्थ न्यायालयों में पीछे 6 वर्षो से अपने पिता श्री एन.डी.निम्बावत,एडवोकेट के साथ दीवानी एवं फौजदारी मामलों की वकालात कर रहे है । प्रमुख शासन सचिव विधि राजस्थान सरकार, जयपुर के आदेश के अनुसार अग्रिम आदेश तक महाधिवक्ता/अतिरिक्त महाधिवक्ता, जोधपुर अथवा सम्बन्धित गवर्नमेन्ट काउन्सिल, जोधपुर के निर्देषों एवं देखरेख में श्री गौरव निम्बावत उच्च न्यायालय, जोधपुर में राज्य सरकार की ओर से उन्हें सौंपे गये सभी दीवानी मामले / याचिकाऐं व विधि मामलों की पैरवी करेंगे । 


             वैष्णव वेबसाईट परिवार एवं वैष्णव समाज संस्थान, जोधपुर की ओर से श्री गौरव निम्बावत को उनको असिस्टेंट गवर्नमेन्ट काउन्सिल, जोधपुर बनाने पर हार्दिक बधाई देता है । 

 




अखिल भारतीय वैष्णव (चतुः सम्प्रदाय) विकास ट्रस्ट (रजि.), मुम्बई (महाराष्ट्र)के अधीन संचालित

अखिल भारतीय वैष्णव धर्मशाला हरिद्वार (उत्तराखण्ड)

Posted Date : 2013-09-15

शान्ति कुंज के पीछे,बिरला फार्म हाऊस रोड़ नम्बर 5, हरिपुरकला गांव, हरिद्वार (उत्तराखण्ड)  


                                  -: मैनेजिंग कमेटी:-

संरक्षक                       जयन्ति लाल बी. वैष्णव, दहीसर (मुंबई)
अध्यक्ष                       रामचन्द्र जे. वैष्णव भयन्दर (मुंबई)
उपाध्यक्ष                     1 इन्द्रजीत वैष्णव, कांदीवली (मुंबई)
                                  2 महेन्द्र कुमार वैष्णव (टुमकुर)
                                  3 कृष्णावतार शर्मा दिवाकर (जयपुर)
                                  4 केसूदास वैष्णव, भायन्दर (मुम्बई)
महासचिव                    एन.डी.निम्बावत, एडवोकेट जोधपुर 
संयुक्त सचिव                1 ब्रह्मपाल शर्मा हरिद्वार
                                  2 रमेष बी. वैष्णव मुंबई
                                  3 मोतीलाल वैष्णव, जोधपुर 
कोषाध्यक्ष                   भानुषंकर वैष्णव बोरीवली (ईस्ट)
उपकोषाध्यक्ष               गोपालदास वैष्णव (कादेड़ा)
मुख्य संयोजक             गजेन्द्र कुमार शर्मा मथुरा 
मुख्य समन्वयक          भगवानदास वैष्णव उदयपुर
अंकेक्षक                       सुरेष वैष्णव सी.ए. मुम्बई
कार्यकारिणी सदस्य       1 रामचन्द्र वैष्णव मेड़ता रोड़
                                  2 लखनदास वैष्णव रायपुर छतीसगढ़
                                  3 सत्यनारायण रामावत, पुष्कर
                                  4 इंजि. रामनिवास वैष्णव (अजमेर)
                                  5 ओम प्रकाश वैष्णव ‘‘गोविन्दसा‘‘, जोधपुर 
                                  6 विष्णुदास वैष्णव मधुराई 
                                  7 राधाकिषन वैष्णव, अम्बिका ज्वैलर्स मुम्बई
                                  8 श्याम सुन्दर अग्रावत किषनगढ़
                                  9 देवकिषन वैष्णव, भयन्दर (ईस्ट)
                                 10 कल्याणदास वैष्णव, भयन्दर ((मुंबई))
                                 11 डाॅ चन्द्रकुमार देवमुरारी, ब्यावर
                                 12 गौतमदास वैष्णव बालेसर जोधपुर
                                 13 गणपतलाल स्वामी कुचामन सिटी जोधपुर
                                 14 रतनदास वैष्णव, बैंगलोर
                                 15 रामाकिषन शर्मा वैष्णव, जयपुर




श्री भामाशाह सम्मान समारोह का भव्य आयोजन सानन्द सम्पन्न

Posted Date : 2013-05-24
पुष्कर 23 मई 2013

             अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण (च.स.) भवन एवं शैक्षणिक ट्रस्ट पुष्कर द्वारा निर्मित वैष्णव धर्मषाला भट्बाॅय गणेष जी बुढ़ा पुष्कर रोड़, पुष्कर जिला अजमेर के निर्माण में काॅन्फ्रेन्स हाॅल, बेसमेन्ट हाॅल, मिटिंग हाॅल, गैलेरी, पानी का बोरिंग, वी.आई.पी. रूम, डिलक्स रूम एवं साधारण रूम सहित एक लाख रूपये अथवा उससे अधिक राषि का योगदान देने वाले वैष्णव समाज के सम्पूर्ण भारत वर्ष के भामाषाहों का सम्मान किये जाने हेतु आयोजित श्री भामाषाह सम्मान समारोह दिनांक 23 मई 2013 को वैष्णव धर्मषाला पुष्कर में सानन्द सम्पन्न हुआ । 


            इस आयोजन का सम्पूर्ण व्यय उठाने वाले अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) विकास ट्रस्ट, मुम्बई के अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण (च.स.) भवन एवं शैक्षणिक ट्रस्ट पुष्कर के संरक्षक श्री रामचन्द्र वैष्णव पुत्र स्व. श्री जेठूदास जी वैष्णव मूल निवासी कराड़ी जिला पाली हाल निवासी भयन्दर, मुम्बई एवं उनके परिवार के सदस्यों द्वारा वैष्णव धर्मषाला पुष्कर में काॅन्फ्रेस हाॅल के निर्माण जो स्वर्णिम योगदान दिया गया उसके उपलक्ष में उनके माता-पिता स्व. श्रीमती घीसी बाई एवं स्व. श्री जेठूदास जी वैष्णव की मूतियों का अनावरण रामानन्द सम्प्रदाय के अग्रदेवाचार्य रेवासाधाम सीकर के पीठाधीष श्री राघवाचार्य जी महाराज के करकमलों द्वारा मंत्रोंचारण के साथ किया गया । इस  लोकार्पण समारोह की पूर्व संध्या पर वैष्णव समाज के लोगों की भजन मण्डली द्वारा सुन्दर काण्ड का पाठ किया गया । 


            इस अवसर पर अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) विकास परिषद, मुम्बई एवं अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण (च.स.) भवन एवं शैक्षणिक ट्रस्ट पुष्कर के अध्यक्ष श्री जयन्ती भाई बी. वैष्णव एवं उनके परिवार के सदस्यों उनके भाई डाॅ शंकरलाल वैष्णव, एडवोकेट जगदीष प्रसाद वैष्णव, इन्जि. रमेष भाई एवं बहन यषोद बहन की ओर से वैष्णव धर्मषाला पुष्कर के बेसमेन्ट हाॅल के निर्माण में जो अमूल्य योगदान दिया उसके उपलक्ष में उनके माता-पिता स्व. श्रीमती जराव बाई एवं श्री भगवानदास वैष्णव के चित्र एवं नाम पट्ट शिलालेख का अनावरण श्री राघवाचार्य जी महाराज के करकमलों द्वारा किया गया।


           श्री जसराज वैष्णव, श्री महेन्द्र कुमार, श्री रमेश कुमार एवं श्री अषोक कुमार वैष्णव टुमकुर (कर्नाटक) मूल निवासी जैतारण जिला पाली द्वारा वैष्णव धर्मषाला पुष्कर के मिटिंग हाॅल के निर्माण में दिये गये महत्वपूर्ण योगदान के उपलक्ष में इस मिटिंग हाॅल में श्रीमती भंवरी देवी श्री जसराज वैष्णव के चित्र एवं नाम पट्ट शिलालेख का अनावरण भी श्री राघवाचार्य जी महाराज के करकमलों द्वारा किया गया ।


           श्री कृष्णावतार जी दिवाकर पुत्र श्री हनुमान प्रसाद जी दिवाकर निवासी जयपुर ने स्वयं सहित अपने परिवार के सदस्यों भाई श्री गोपाल लाल जी एवं श्री राम अवतार जी दिवाकर के सहयोग से वैष्णव धर्मषाला पुष्कर के काॅन्फ्रेन्स हाॅल के पीछे की गैलेरी (मुख्य वरंडा) के निर्माण में विशिष्ठ योगदान करने के उपलक्ष में इस मुख्य वंरडा में उनके माता-पिता के चित्र एवं नाम पट्ट षिलालेख का अनावरण भी श्री राघवाचार्य जी महाराज के करकमलों द्वारा किया गया । 


          इस भव्य श्री भामाषाह सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में पधारे श्री राघवाचार्य जी महाराज ने अपने आशीर्वचनों में कहा कि वैष्णव समाज की ऐसी विषाल धर्मषाला पुष्कर में है ऐसा मैंने कभी सोचा भी नहीं था इस विषाल धर्मषाला को देख कर मेरा मन प्रफुल्लित हो उठा है श्री रामचन्द्र वैष्णव एवं श्री जयन्ती भाई बी. वैष्णव सहित जिन - जिन महानुभावों ने इस इस धर्मषाला में योगदान देकर समाज सेवा का एक ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया है जो सभी के लिए अनुकरणीय है, आपने उपस्थित जन समूह को सम्बोधित करते हुए यह भी कहा कि वैष्णव समाज में श्री रामचन्द्र जी वैष्णव एवं जयन्ती भाई ने अपने माता-पिता सहित अपने गांवों को भी गौरान्वित किया है मैं उनको धन्यवाद देता हूँ ।


          इस भामाषाह सम्मान समरोह में श्री रामचन्द्र जी पुत्र श्री घेवरलाल जी वैष्णव मेड़ता रोड़ जिला नागौर एवं श्री मांगीलाल जी पुत्र श्री बुधराम जी निवासी नागौर हाल चेन्नई ने वी.आई.पी. रूम, श्रीमती आषा लता शर्मा पत्नी स्व. श्री सोमनाथ जी देवमुरारी शाहपुरा ब्यावर जिला अजमेर, श्री शंकरदास जी पुत्र श्री हीरादास जी वैष्णव सुखेर उदयपुर, श्री जयप्रकाष जी, बालकृष्ण जी पुत्र श्री शंकरदास जी मेड़ता सिटी, नागौर, श्री पुखराज जी सत्यनारायण जी पुत्र श्री कनीराम जी हरिव्यासी पिपाड़ सिटी हाल रायचुर कर्नाटक, श्री नौरतमल जी मनोज जी पुत्र श्री षिव प्रसाद जी राघव चेतन निवासी बडू जिला नागौर, श्रीमती लक्ष्मी देवी पत्नी स्व. श्री रामदास जी नाडोल जिला पाली, श्रीमती किषोरी देवी पत्नी स्व. श्री गिरधारीदास जी सीकर, श्री सत्यनारायण रामावत पुत्र श्री शंकरलाल जी रामावत पुष्कर द्वारा वैष्णव धर्मषाला में डीलक्स रूम के लिए आर्थिक योगदान कर धर्मषाला को सुविधायुक्त बनाने में जो भूमिका अदा की उसके लिए उनमें से उपस्थित आये सभी का सम्मान श्री भामाषाह सम्मान स्मृति चिन्ह प्रदान कर किया गया । 


         इस धर्मषाला हेतु साधारण रूम देने वाले डाॅ चन्द्रकुमार सोमनाथ पुत्र श्री मिश्रीलाल जी ब्यावर, अजमेर, श्री पोखरदास जी मुरलीधर जी, बापू नगर, अजमेर, श्री हगामीलाल जी पुत्र श्री भंवरलाल जी रामरंगी खोड़ा हाल ब्यावर, श्रीमती जमना देवी पत्नी डाॅ. चन्द्रकुमार जी देवमुरारी, ब्यावर, श्री गोविन्दराम जी पुत्र स्व. श्री बद्रीप्रसाद जी, पुष्कर, श्री बाबूलाल चम्पालाल जी पुत्र श्री नारायण जी, सांवतसर, अध्यक्ष वैष्णव ब्राह्मण नागा मण्डल, पीसांगन, श्री बजरंगलाल पुत्र श्री केशवदास जी हैदराबाद (आ.प्र.), श्री चम्पालाल अशोक कुमारजी पुत्र श्री हेमदास जी टीलावत,सिकन्दराबाद (आ.प्र.), श्रीमती सरजू देवी पत्नी श्री श्यामसुन्दर जी रलावता, अजमेर, श्री रामेष्वर लाल जी पुत्र श्री लक्ष्मीनारायण, रामनगर, अजमेर, श्रीमती अमरी देवी पत्नी स्व. श्री राजेन्द्र कुमार वैष्णव, जोधपुर, श्री बद्रीदास निम्बार्क पुत्र श्री सुखरामदास जी वीरमत्यागी,भल्लरों का बाड़ा (बाड़मेर), श्री लक्ष्मीकान्त जी यतीन जी पीपावत, ब्यावर, अजमेर, श्री हजारीदास पुत्र श्री गणेषदास जी भावानन्दी, चीताखेडा हाल किषनगढ़, वैद्य श्री सुन्दरलाल जी पुत्र श्री किषनदास जी, बीकानेर हाल अजमेर, श्री बालकृष्ण भरत कुमार जी पुत्र स्व. श्री रामनाथ जी अजमेर, श्री जगदीषप्रसाद जी पुत्र श्री सुखराम जी सुरसरानन्दी, सैनिक काॅलोनी, जम्मू, श्री घनष्याम जी पुत्र श्री सन्तोष जी वैष्णव सेवाड़ी हाल मुम्बई, श्री गुलाबदास जी पुत्र श्री अर्जुनदास जी वैष्णव माखुपुरा अजमेर, श्री रामनिवास वैष्णव इंजीनियर, वैषाली नगर, केषव नगर, अजमेर, श्रीमती शान्ति देवी पत्नी श्री किस्तुरदास जी ढूमाल, सूरत, श्री गजेन्द्र कुमार शर्मा वैष्णव मथुरा (यू.पी.), डाॅ सुषील कुमार दिवाकर पुत्र स्व. श्री भंवरलाल जी दिवाकर, मेड़ता रोड़, नागौर, श्रीमती शान्ति देवी पत्नी श्री ब्रह्मदत जी वैष्णव अजमेर, श्री रघुनाथ देवमुरारी पुत्र स्व. श्री रामचन्द्र जी चुरली, किषनगढ़, श्री कल्याणदास पुत्र श्री हनुमानदास वैष्णव, जोधपुर, श्रीमती सरस्वती देवी पत्नी स्व. महन्त श्री गिरधारीदास जी, रानी हाल मुम्बई, श्रीमती गुलाब देवी पत्नी स्व. श्री रामनिवास शास्त्री, वरखेड़ा अलवर, श्री त्रिलोकदास पुत्र श्री रणछोड़दास सांचैर, आहोर, जालौर, श्री गोपालदास जी पुत्र श्री कानदास जी टीलावत टहला हाल पाली, श्री इन्द्रजीत वैष्णव पुत्र श्री भूरदास जी वैष्णव चुरली सिरोही हाल मुम्बई, श्री चम्पालाल जी कन्हैयालाल जी वैष्णव कराड़ी हाल मुम्बई, श्री लक्ष्मणदास जी एवं परिवार पुत्र श्री जेठूदास जी, कराड़ी पाली हाल मुम्बई, श्री मुरलीधर वैष्णव जज साहब, जोधपुर, श्री हीरालाल जी गणपतलाल पुत्र श्री मोहनदास जी हरिव्यास पीपाड़ हाल रायचूर, श्री ओमप्रकाष जी नारायणदास नरहरियानन्दी, बैंगलोर, श्री राजकुमार पी. वैष्णव पुत्र श्री पुखराज जी ब्रह्मत्यागी, यषवन्तपुर, बैंगलोर, श्री शंकरलाल जी पुत्र श्री नैनूराम जी हरिव्यासी, काला भाटा पीपाड़ सिटी, जोधपुर, श्री भैरूलाल जी अम्बालालजी अग्रावत, सांवतसर किषनगढ़, श्री उमरावदास जी पुत्र श्री सुल्तानदास जी कुबावत, माचड़ा जयपुर, श्री त्रिलोकचन्द जी टीकमचन्द जी पुत्र श्री तुलसीदास जी , माकड़वाली, अजमेर, श्रीमती कमला देवी पत्नी श्री अमरदास जी निमाज, पाली, श्री भंवरलाल जी पुत्र श्री जोगीदास जी देवमुरारी, मेड़ता सिटी, नागौर, श्री प्रभुलाल जी पुत्र श्री बालकजी वैरागी, देवली टौंक, अध्यक्ष वैष्णव समाज (च.स.) सणोदिया, जयपुर, श्री महन्त प्रकाष चन्द्र जी राधेष्याम जी निम्बावत, थांवला, नागौर, श्रीमती चन्द्रकान्ता पत्नी स्व. श्री दौलतनारायण जी खौडा गणेषजी, अजमेर, श्री तुलसीराम छगनलाल पुत्र श्री करणदास जी, सोजतसिटी, पाली, श्री विजयदास जी पुत्र श्री मुरलीदास जी धामली, हाल मुम्बई, श्री भगवानदास जी वैष्णव बाबा होटल, उदयपुर, श्री ज्ञानदास जी पुत्र श्री पुखरामदास जी दिवाकर आगूचा, भीलवाड़ा, श्री नारायण प्रसाद जी सुरेष जी पुत्र श्री पन्नालाल जी, नागौर हाल आसाम, श्रीमती प्रेमदेवी पत्नी श्री जेठूदास जी, नूरियावास, अजमेर, श्री जैतराम गंगाराम जी पुत्र श्री नैनूदास जी कीलावत, वसई मुम्बई, श्री नारायण दास जी पुत्र श्री जयरामदास जी शोभावत, वसई मुम्बई, श्री भरतकुमार पुत्र श्री गोविन्दनारायण भाटूण्ड हाल मुम्बई, श्री कमलेष जी श्यामदास जी पुत्र श्री कानदास जी वसई मुम्बई, श्री भंवरलाल जी पुत्र श्री मांगीलाल जी देवमुरारी हाल डेंडा पाली, पूना, श्रीमती शान्ति देवी पत्नी श्री पूनमदास जी आउवा, मारवाड़ पाली, श्री कान्तिभाई पुत्र श्री सन्तोष दास जी, पनवेल, भायन्दर, मुम्बई, श्री नारायणदास पुत्र श्री हरीराम निम्बार्क, दुर्गादास नगर, पाली, श्री रमेष चन्द्र जी अशोक कुमार जी पुत्र श्री चेतनदास जी, बैंगलोर, श्री भरतकुमार जी पुत्र श्री बलदेवदास जी नीमच, (म.प्र.) श्री कमलेष जी पुत्र श्री सीताराम जी वैष्णव, बर (पाली), श्री तुलसीदास जी एवं बहन पद्मा देवी, अहमदाबाद, श्री भंवरलाल जी गटूदास जी वैष्णव, बैंगलोर, श्री श्यामसुन्दर नरहरियानन्दी, हरिद्वार में से जो लोग उपस्थित हुए उनका भी वैष्णव धर्मषाला पुष्कर को भव्य रूप देने में जो योगदान रहा उसके लिए उनको भी श्री भामाषाह सम्मान समारोह स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया । 


             इस अवसर पर श्री रतनदास  जी एवं श्री हुकुमदास जी वैष्णव- बैंगलोर का धर्मषाला के उद्घाटन समय में स्मृति चिन्ह का भार वहन करने के उपलक्ष में श्री भामाशाह सम्मान स्मृति चिन्ह भेट कर सम्मानित किया गया साथ ही साथ इंजीनियर श्री रामनिवास वैष्णव अजमेर का वैष्णव धर्मषाला के निर्माण के संकल्प के साथ पूरी धर्मषाला के निर्माण के दौरान जिसमें नक्षा बनवाना, स्वीकृत करवाना, नक्षे के अनुसार निर्माण कार्य की पूर्ण देख रेख करना, समाज बन्धुओं से आर्थिक योगदान इकट्ठा करना, आवष्यकता पड़ने पर धर्मषाला के निर्माण खर्च के लिए अपने नीजि पूंजी ऋण रूप में बिना ब्याज देने जैसे अनेकों कार्यो के साथ-साथ धर्मषाला पूर्ण होकर उसका उद्घाटन होने तक एक वक्त भोजन करने के दृढ़निष्चिय ने धर्मषाला को पूर्ण करने में जो योगदान रहा है उसके लिए उनको ‘‘वैष्णव भूषण‘‘ अलंकरण से सम्मानित किया गया । 


            वैष्णव धर्मषाला हेतु गठित प्रबन्धकारिणी के सदस्यों का भी सम्मान किया गया इस अवसर पर अन्य आमन्त्रित अतिथि श्री लखनदास वैष्णव, श्री एन.डी.निम्बावत, जोधपुर, श्री प्रवीण वैष्णव बाली, रामकिषन जी शर्मा जयपुर, टीकमचन्द्र शर्मा एवं जगमोहन शर्मा अलवर का भी मंच पर सम्मान किया गया । 


           श्री सम्पूर्ण आयोजन की फोटो ग्राफी एवं रिपोटिंग वैष्णव वेबसाईट के डायेक्टर महिम निम्बावत पुत्र श्री एन.डी.निम्बावत,एडवोकेट जोधपुर ने की और इस अवसर पर उसके द्वारा वैष्णव धर्मषाला पुष्कर की बनाई गई वेबसाईट www.vaishnavdharmshalapushkar.org  का भी लोकार्पण श्री जयन्ती भाई बी. वैष्णव एवं रामचन्द्र जी वैष्णव द्वारा किया गया जिसे देकर कर श्री जयन्ती भाई बी. वैष्णव ने महिम निम्बावत की भूरी-भूरी प्रंषसा करते हुए हरिद्वार धर्मषाला सहित विकास परिषद एवं विकास ट्रस्ट की वेबसाईट बनाये जाने हेतु कहा । 


        श्री सत्यनारायण जी रामावत प्रबन्धक नयारंग नाथ मन्दिर पुष्कर की देख रेख में दिनांक 22 एवं 23 मई 2013 के नाष्ते एवं भोजन की व्यवस्था बहुत ही सुव्यवस्थित थी और ऐसे स्वादिष्ट भोजन की तारीफ वहां उपस्थित प्रत्येक वैष्णव जन बार-बार कर रहा था। इस भव्य श्री भामाषाह सम्मान समारोह का सम्मापन श्री रामचन्द्र जी वैष्णव एवं श्री जयन्ती भाई बी. वैष्णव द्वारा सभी का धन्यवाद एवं आभार प्रकट कर किया गया । 


महिम निम्बावत 
डायेक्टर 
वैष्णव वेबसाईट, जोधपुर 
09252597989




वैष्णव समाज का प्रथम विशाल एवं भव्य श्री भामाशाह सम्मान समारोह

दिनांक 22 मई 2013 को ब्रह्मा जी की नगरी पुष्कर में

Posted Date : 2013-05-13
पुष्कर,

           अखिल भारतीय वैष्णव (चतुः सम्प्रदाय) विकास परिषद एवं ट्रस्ट (मुम्बई) के अध्यक्ष के प्रयासों से अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण (च.स.) भवन एवं शैक्षणिक ट्रस्ट, पुष्कर (अजमेर, राजस्थान, भारत) द्वारा वैष्णव समाज की विशाल धर्मषाला का निर्माण वैष्णव समाज के इतिहास में एक नया अध्याय है । इस धर्मषाला की वर्ष 2001 में भूमि की खरीद से लेकर इसके उद्घाटन दिनांक 13, 14 एवं 15 मई 2011 तक वैसे तो हजारों समाज सेवी बन्धुओं ने अपना -अपना तन-मन एवं धन देकर सहयोग किया, वे सभी धन्यवाद के पात्र है लेकिन वैष्णव समाज के जिन भामाशाहों ने बहुत बड़ी राशि देकर इस विषाल धर्मषाला को जन उपयोगी बनाया है उनके ऐसे सहयोग को सम्मान देना अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण (च.स.) भवन एवं शैक्षणिक ट्रस्ट का दायित्व बनता है और अपने इस दायित्व के अधीन दिनांक 23 मई 2013 को एक भव्य एवं विषाल श्री भामाषाह सम्मान समारोह का आयोजन इस धर्मषाला में किया जा रहा है जिसमें आप सभी आमन्त्रित है ।
          मुख्य अतिथि अग्रदेवाचार्य पीठाधीष्वर रेवासा धाम (सीकर) श्री राघवाचार्य जी महाराज, समारोह भूषण श्री रामचन्द्र जी जेठूदास जी वैष्णव (कराड़ी वाले) मुम्बई, श्री जयन्ति भाई भगवानदास जी वैष्णव, मुम्बई, विषिष्ट अतिथि श्री महेन्द्र कुमार जी जसराज जी वैष्णव टुमकुर (कर्नाटक), श्री कृष्णअवतार जी हनुमान प्रसाद जी दिवाकर, जयपुर, श्री रामस्वरूप जी अमृतराज जी वैष्णव, विकोटा (अ.प्र.) एवं श्री रामचन्द्र जी वैष्णव मेड़ता रोड़ (नागौर) सहित आमन्त्रित अतिथिगण सर्व श्री लखनदास वैष्णव छतीसगढ़, श्री लक्ष्मणदास वैष्णव, डाॅ शंकरलाल जी वैष्णव, एडवोकेट जगदीश प्रसाद वैष्णव, श्री रमेश भाई, यषोदा बेन वैष्णव, श्री इन्द्रजीत वैष्णव-मुम्बई, श्री रमेष कुमार जी जसराज जी वैष्णव, श्री अषोक कुमार जी जसराज जी वैष्णव टुमकुर, श्री हनुमान प्रसाद दिवाकर, श्रीमती कानी देवी दिवाकर, श्री गोपाललाल जी दिवाकर, श्री रामअवतार दिवाकर-जयपुर, श्री जेठमल जी निम्बावत - हैदराबाद, श्री रतनदास जी वैष्णव, श्री हुकुमदास जी वैष्णव -बैंगलोर, श्री गजेन्द्र जी शर्मा-मथुरा, श्री भगवानदास वैष्णव-उदयपुर, श्री एन.डी.निम्बावत- जोधपुर, श्री प्रवीण वैष्णव -बाली, श्री प्रदीप वैष्णव - सूरत, श्री रामकिषन जी शर्मा -जयपुर, श्री टीकमचन्द जी -अलवर, डाॅ चन्द्रकुमार देवमुरारी - ब्यावर, श्री जगमोहन जी शर्मा अलवर की उपस्थिति में यह विषाल एवं भव्य समारोह आयोजित हो रहा है । 

                                  -:  कार्यक्रम निम्न प्रकार रहेगा  :-

बुधवार दिनांक 22 मई 2013
रात्रि 8 बजे सुन्दरकाण्ड पाठ / भजन संध्या

गुरूवार दिनांक 23 मई 2013
प्रातः 8 बजे आगन्तुक अतिथियों एवं भामाशाहों का मुख्य द्वार पर स्वागत

प्रातः 9 बजे हवन/यज्ञ एवं स्वर्णिम योगदान प्रदाता श्री रामचन्द्र जी, श्री लक्ष्मण जी वैष्णव के स्व. माता-पिता श्रीमती घीसीबाई जेठूदास जी वैष्णव का मूर्ति पूजन एवं नाम पट्ट षिला लेख अनावरण

प्रातः 10 बजे बेसमेन्ट हाॅल के निर्माता डाॅ शंकरलाल जी, एड. जगदीष प्रसाद जी, श्री जयन्ति भाई, श्री रमेष भाई, यषोदाबेन वैष्णव के माता-पिता श्रीमती जरावदेवी भगवानदास जी वैष्णव के चित्र को सम्मान एवं नाम पट्ट षिला लेख अनावरण

प्रातः 10.30 बजे मीटिंग हाॅल निर्माता श्री महेन्द्र कुमार जी, श्री रमेश कुमार जी, श्री अषोक कुमार जी के माता-पिता श्रीमती भंवरी देवी जसराज जी वैष्णव के चित्र को सम्मान एवं नाम पट्ट षिला लेख अनावरण

प्रातः 10.45 बजे -गैलेरी (मुख्य वरंडा) के निर्माता श्री गोपाललाल जी, श्री रामअवतार जी, श्री कृष्णअवतार जी के माता-पिता श्रीमती कानी देवी हनुमान प्रसाद जी वैष्णव जयपुर के चित्र को सम्मान एवं नाम पट्ट षिला लेख अनावरण

प्रातः 11 बजे - भामाषाह सम्मान (अभिनन्दन)- मुख्य अतिथिजी, संरक्षक व अध्यक्ष द्वारा निम्न भामाषाहों का सम्मान 

                         भामाषाह की सूची

श्री रामचन्द्र जी, श्री लक्ष्मण दास जी जेठूदास जी वैष्णव, कराड़ी हाल मुम्बई (काॅन्फ्रेस हाॅल)
डां शंकरलाल जी, एड. जगदीषप्रसाद जी, श्री जयन्ति भाई व रमेश भाई, यषोदाबेन भगवान दासजी वैष्णव, सेवाड़ी हाल मुम्बई (बेसमेन्ट हाॅल)
श्री महेन्द्र कुमार, श्री रमेषकुमार, श्री अषोक कुमार जी जसराज जी वैष्णव टुमकुर, कर्नाटक (मिटिंग हाॅल)
श्री रामस्वरूप जी, अमृतराज जी रणछोड़दास जी, विकोटा, चित्तूर(अ.प्र.)
श्री गोपाललाल जी, श्री रामअवतार जी, श्री कृष्णअवतार जी हनुमान प्रसाद जी वैष्णव जयपुर (गैलेरी/मुख्य वरंडा)
श्री यू.के. स्वामी, श्री पी.के. स्वामी, ग्रेटर नोयड़ा, दिल्ली
स्व. आत्माराम जी वैष्णव, खेमदास जी अजमेर (पानी का बोरिंग)
श्रीमती आषालता शर्मा पत्नी स्व. श्री सोमनाथ जी देवमुरारी, शाहपुरा ब्यावर, अजमेर (डीलक्स रूम)
श्री शंकरदासजी हीरादास जी सुखेर, उदयपुर (डीलक्स रूम)
श्री जयप्रकाश जी बालकृष्ण जी पुत्र श्री शंकरदास जी मेड़ता सिटी नागौर (डीलक्स रूम)
श्री पुखराज जी सत्यनारायण जी पुत्र श्री कनीराम जी हरिव्यासी रायपुर, कर्नाटक (डीलक्स रूम)
श्री नौरतमल जी मनोज जी पुत्र श्री षिवप्रसाद जी राघवचेतन, बडू नागौर (डीलक्स रूम)
श्रीमती लक्ष्मी देवी पत्नी स्व. रामदास जी नाडोल, देसूरी पाली (डीलक्स रूम)
श्रीमती किषोरी देवी पत्नी स्व. श्री गिरधारीदास जी सीकर, राजस्थान (डीलक्स रूम)
श्री सत्यनारायण जी पुत्र स्व. श्री बंकटलाल जी रामावत, पुष्कर (डीलक्स रूम)
श्री रामचन्द्र जी पुत्र श्री घेवरलाल जी, मेड़ता रोड़, नागौर (वी.आई.पी.रूम)
श्री मांगीलाल जी पुत्र श्री बुद्धराम जी, नागौर हाल चेन्नई (वी.आई.पी. रूम)

सामान्य कमरा के निर्मातागण-संस्थापक ट्रस्टीगण भामाशाह

डाॅ चन्द्रकुमार सोमनाथ पुत्र श्री मिश्रीलाल जी ब्यावर, अजमेर
श्री पोखरदास जी मुरलीधर जी, बापू नगर, अजमेर
श्री हगामीलाल जी पुत्र श्री भंवरलाल जी रामरंगी खोड़ा हाल ब्यावर
श्रीमती जमना देवी पत्नी डाॅ. चन्द्रकुमार जी देवमुरारी, ब्यावर
श्री गोविन्दराम जी पुत्र स्व. श्री बद्रीप्रसाद जी, पुष्कर
श्री बाबूलाल चम्पालाल जी पुत्र श्री नारायण जी, सांवतसर
अध्यक्ष वैष्णव ब्राह्मण नागा मण्डल, पीसांगन
श्री बजरंगलाल पुत्र श्री केशवदास जी हैदराबाद (आ.प्र.)
श्री चम्पालाल अशोक कुमारजी पुत्र श्री हेमदास जी टीलावत,सिकन्दराबाद (आ.प्र.)
श्रीमती सरजू देवी पत्नी श्री श्यामसुन्दर जी रलावता, अजमेर
श्री रामेष्वर लाल जी पुत्र श्री लक्ष्मीनारायण, रामनगर, अजमेर
श्रीमती अमरी देवी पत्नी स्व. श्री राजेन्द्र कुमार वैष्णव, जोधपुर
श्री बद्रीदास निम्बार्क पुत्र श्री सुखरामदास जी वीरमत्यागी,भल्लरों का बाड़ा (बाड़मेर)
श्री लक्ष्मीकान्त जी यतीन जी पीपावत, ब्यावर, अजमेर
श्री हजारीदास पुत्र श्री गणेषदास जी भावानन्दी, चीताखेडा हाल किषनगढ़
वैद्य श्री सुन्दरलाल जी पुत्र श्री किषनदास जी, बीकानेर हाल अजमेर
श्री बालकृष्ण भरत कुमार जी पुत्र स्व. श्री रामनाथ जी अजमेर
श्री जगदीषप्रसाद जी पुत्र श्री सुखराम जी सुरसरानन्दी, सैनिक काॅलोनी, जम्मू
श्री घनष्याम जी पुत्र श्री सन्तोष जी वैष्णव सेवाड़ी हाल मुम्बई
श्री गुलाबदास जी पुत्र श्री अर्जुनदास जी वैष्णव माखुपुरा अजमेर
श्री रामनिवास वैष्णव इंजीनियर, वैषाली नगर, केषव नगर, अजमेर
श्रीमती शान्ति देवी पत्नी श्री किस्तुरदास जी ढूमाल, सूरत
श्री गजेन्द्र कुमार शर्मा वैष्णव मथुरा (यू.पी.)
डाॅ सुषील कुमार दिवाकर पुत्र स्व. श्री भंवरलाल जी दिवाकर, मेड़ता रोड़, नागौर
श्रीमती शान्ति देवी पत्नी श्री ब्रह्मदत जी वैष्णव अजमेर
श्री रघुनाथ देवमुरारी पुत्र स्व. श्री रामचन्द्र जी चुरली, किषनगढ़
श्री कल्याणदास पुत्र श्री हनुमानदास वैष्णव, जोधपुर
श्रीमती सरस्वती देवी पत्नी स्व. महन्त श्री गिरधारीदास जी, रानी हाल मुम्बई
श्रीमती गुलाब देवी पत्नी स्व. श्री रामनिवास शास्त्री, वरखेड़ा अलवर
श्री त्रिलोकदास पुत्र श्री रणछोड़दास सांचैर, आहोर, जालौर
श्री गोपालदास जी पुत्र श्री कानदास जी टीलावत टहला हाल पाली
श्री इन्द्रजीत वैष्णव पुत्र श्री भूरदास जी वैष्णव चुरली सिरोही हाल मुम्बई
श्री चम्पालाल जी कन्हैयालाल जी वैष्णव कराड़ी हाल मुम्बई
श्री लक्ष्मणदास जी एवं परिवार पुत्र श्री जेठूदास जी, कराड़ी पाली हाल मुम्बई
श्री मुरलीधर वैष्णव जज साहब, जोधपुर
श्री हीरालाल जी गणपतलाल पुत्र श्री मोहनदास जी हरिव्यास पीपाड़ हाल रायचूर
श्री ओमप्रकाष जी नारायणदास नरहरियानन्दी, बैंगलोर
श्री राजकुमार पी. वैष्णव पुत्र श्री पुखराज जी ब्रह्मत्यागी, यषवन्तपुर,बैंगलोर
श्री शंकरलाल जी पुत्र श्री नैनूराम जी हरिव्यासी, काला भाटा पीपाड़ सिटी, जोधपुर
श्री भैरूलाल जी अम्बालालजी अग्रावत, सांवतसर किषनगढ़
श्री उमरावदास जी पुत्र श्री सुल्तानदास जी कुबावत, माचड़ा जयपुर
श्री त्रिलोकचन्द जी टीकमचन्द जी पुत्र श्री तुलसीदास जी , माकड़वाली, अजमेर
श्रीमती कमला देवी पत्नी श्री अमरदास जी निमाज, पाली
श्री भंवरलाल जी पुत्र श्री जोगीदास जी देवमुरारी, मेड़ता सिटी, नागौर
श्री प्रभुलाल जी पुत्र श्री बालकजी वैरागी, देवली टौंक
अध्यक्ष वैष्णव समाज (च.स.) सणोदिया, जयपुर
श्री महन्त प्रकाष चन्द्र जी राधेष्याम जी निम्बावत, थांवला, नागौर
श्रीमती चन्द्रकान्ता पत्नी स्व. श्री दौलतनारायण जी खौडा गणेषजी, अजमेर
श्री तुलसीराम छगनलाल पुत्र श्री करणदास जी, सोजतसिटी, पाली
श्री विजयदास जी पुत्र श्री मुरलीदास जी धामली, हाल मुम्बई
श्री भगवानदास जी वैष्णव बाबा होटल, उदयपुर
श्री ज्ञानदास जी पुत्र श्री पुखरामदास जी दिवाकर आगूचा, भीलवाड़ा
श्री नारायण प्रसाद जी सुरेष जी पुत्र श्री पन्नालाल जी, नागौर हाल आसाम
श्रीमती प्रेमदेवी पत्नी श्री जेठूदास जी, नूरियावास, अजमेर
श्री जैतराम गंगाराम जी पुत्र श्री नैनूदास जी कीलावत, वसई मुम्बई
श्री नारायण दास जी पुत्र श्री जयरामदास जी शोभावत, वसई मुम्बई
श्री भरतकुमार पुत्र श्री गोविन्दनारायण भाटूण्ड हाल मुम्बई
श्री कमलेष जी श्यामदास जी पुत्र श्री कानदास जी वसई मुम्बई
श्री भंवरलाल जी पुत्र श्री मांगीलाल जी देवमुरारी हाल डेंडा पाली, पूना
श्रीमती शान्ति देवी पत्नी श्री पूनमदास जी आउवा, मारवाड़ पाली
श्री कान्तिभाई पुत्र श्री सन्तोष दास जी, पनवेल, भायन्दर, मुम्बई
श्री नारायणदास पुत्र श्री हरीराम निम्बार्क, दुर्गादास नगर, पाली
श्री रमेष चन्द्र जी अशोक कुमार जी पुत्र श्री चेतनदास जी, बैंगलोर
श्री भरतकुमार जी पुत्र श्री बलदेवदास जी नीमच, (म.प्र.)
श्री कमलेष जी पुत्र श्री सीताराम जी वैष्णव, बर (पाली)
श्री तुलसीदास जी एवं बहन पद्मा देवी, अहमदाबाद
श्री भंवरलाल जी गटूदास जी वैष्णव, बैंगलोर
श्री श्यामसुन्दर नरहरियानन्दी, हरिद्वार
श्री रतनदास  जी एवं श्री हुकुमदास जी वैष्णव- बैंगलोर धर्मषाला के उद्घाटन समय में स्मृति चिन्ह भेट 

इंजीनियर श्री रामनिवास वैष्णव अजमेर का ‘‘वैष्णव भूषण‘‘ अलंकरण से सम्मान

ट्रस्ट संरक्षक एवं अध्यक्ष द्वारा धर्मषाला प्रबन्ध कार्यकारिणी का सम्मान
मुख्य अतिथिश्री  द्वारा आषीर्वचन, अध्यक्षीय उद्बोधन धन्यवाद एवं आभार ।

ट्रस्ट संरक्षक एवं अध्यक्ष द्वारा धर्मषाला प्रबन्ध कार्यकारिणी का सम्मान
मुख्य अतिथिश्री  द्वारा आषीर्वचन, अध्यक्षीय उद्बोधन धन्यवाद एवं आभार ।